तीन चरणों में होती है कठिन परीक्षा, फिर राज्य से केंद्र सरकार तक देते हैं सेवा
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भारतीय संविधानिक सेवा भारत सरकार के संविधान के मुताबिक एक महत्वपूर्ण अधिकारिक सेवा है। इसे भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service – IAS), भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service – IPS), और भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service – IFS) जैसे अन्य सेवाओं के साथ मिलाकर “संघ लोक सेवा” (All India Services) के रूप में जाना जाता है।

भारतीय संविधानिक सेवा के सदस्यों को “संविधानिक सेवाएं” के रूप में जाना जाता है, जो भारतीय संसद द्वारा अनुशासित होती हैं। इन सेवाओं के सदस्यों को संविधान के तहत निर्माण, नियंत्रण और प्रशासनिक कार्यों के लिए जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इन सेवाओं के अधिकारी भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में न्यायिक, व्यवसायिक और सार्वजनिक सेवाओं के नेतृत्व का कार्य करते हैं।

भारतीय संविधानिक सेवा की भर्ती प्रक्रिया राष्ट्रीय स्तर पर “संघ लोक सेवा आयोग” (Union Public Service Commission – UPSC) द्वारा की जाती है। इसके लिए एक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं। पास होने वाले उम्मीदवारों को विभिन्न संविधानिक सेवाओं में भर्ती के लिए चयन किया जाता है।

UPSC
UPSC

तीन चरणों में होती है UPSC की परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा : इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं और उम्मीदवारों को यह परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है तभी मूल परीक्षा (मुख्य परीक्षा) के लिए योग्य घोषित किया जाता है।

मूल परीक्षा : इसमें विशेषज्ञ विषयों के पेपर होते हैं और इसे सफलतापूर्वक पास करने वाले उम्मीदवार को व्यक्तिगतिक साक्षात्कार (Interview) के लिए बुलाया जाता है।

व्यक्तिगतिक साक्षात्कार : इसमें उम्मीदवारों के व्यक्तिगतता, ज्ञान और सामाजिक चेतना का मूल्यांकन किया जाता है।

उम्मीदवार यदि यह सभी चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं तो वे आईएएस बन जाते हैं और भारत सरकार के विभिन्न पदों पर तैनात किए जा सकते हैं।

उच्चतम स्तर तक जाने का मौका मिलता है

भारतीय संविधानिक सेवा के सदस्यों को उच्चतम स्तर के पदों तक पधाराने का मौका मिलता है, जिससे वे सरकारी नीतियों और कानूनों को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारतीय संविधानिक सेवा के सदस्य देश के समृद्धि और विकास के मामूले में अहम योगदान देते हैं और समाज के लिए सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित करते हैं।

IAS
IAS

भारतीय संविधानिक सेवा के अंतर्गत शामिल सेवाएं, जिनमें से कुछ प्रमुख सेवाएं हैं:

भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service – IAS): IAS सबसे प्रसिद्ध और सर्वाधिक प्रतिष्ठित संविधानिक सेवा है, जो सरकारी प्रशासन, सार्वजनिक नीति और प्रोजेक्ट्स के नियंत्रण, व्यवस्था निरीक्षण और नियुक्तियों के कार्यों के लिए जिम्मेदार होती है।

भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service – IPS): IPS सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था के क्षेत्र में कई पदों को संचालित करती है और राज्य पुलिस सेवा और सीमांत पुलिस सेवा में सबसे उच्च स्तरीय पद होता है।

भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service – IFS): IFS विदेशी राजनयिक संदेशवाहक, विदेशी राजनीति, विदेशी दूतावासों का प्रबंधन और भारतीय विदेशी राजनयिक संदेशवाहक के रूप में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में देश की प्रतिनिधि के लिए जिम्मेदार होती है।

भारतीय लोक सेवा (Indian Civil Service – ICS): ICS भारतीय कर विभाग में कर नामक अंश-भाग के निर्माण, लागूकरण, निरीक्षण, टैक्स वसूली और कर नियंत्रण के कार्यों के लिए जिम्मेदार होती है।

भारतीय वित्त सेवा (Indian Finance Service – IFS): IFS वित्त मंत्रालय में वित्तीय व्यवस्था, बजट प्रस्तुति, बजट का प्रबंधन और अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं के लिए जिम्मेदार होती है।

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IPS
IPS

मुख्य उद्देश्य – पेशेवर और योग्य अधिकारियों का चयन करना

भारतीय संविधानिक सेवा (Indian Civil Services) भारतीय सरकार के विभिन्न संविधानिक संस्थानों और मंत्रालयों में सरकारी सेवाओं के लिए चयनित अधिकारियों का एक संगठन है। यह संगठन भारतीय संविधान (Indian Constitution) के अनुच्छेद 315 से 323 तक वर्णित है और भारतीय संविधान के भाग 14 में प्राधिकरणों के बारे में विस्तृत ढांचे से उल्लेख किया गया है। इस संविधान के तहत, भारतीय संविधानिक सेवा के संचालन, संरचना, फंक्शन और अधिकारियों के पदों को परिभाषित करने के लिए विधायी प्रावधान दिए गए हैं।

इस सेवा के अधिकारी राज्य और केंद्र में कई पदों तैनात होते है

भारतीय संविधानिक सेवा का मुख्य उद्देश्य देश की शासन प्रक्रिया में पेशेवर और योग्य अधिकारियों का चयन करना है, जो सरकारी नीतियों और कानूनों को लागू करने में मदद करते हैं। इस सेवा के अधिकारी सरकारी विभागों, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार में कई पदों पर काम कर सकते हैं, जैसे कि IAS (Indian Administrative Service), IPS (Indian Police Service), IFS (Indian Foreign Service), IRS (Indian Revenue Service), आदि।

IFS
IFS

इनका देश के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान

भारतीय संविधानिक सेवा के अधिकारी अपने क्षेत्र में नैतिकता, निष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करते हैं और देश के समृद्धि और समृद्धि के लिए काम करने का जिम्मेदारी संभालते हैं। यह सेवा देश के विकास और प्रगति में एक महत्वपूर्ण योगदान देती है और भारतीय समाज को समृद्ध, न्यायप्रिय और समान्यता-पूर्ण बनाने के लिए मुख्यतः जिम्मेदार है।

भारतीय युवा के लिए एक बड़ा सम्मानीय लक्ष्य

भारतीय संविधानिक सेवा के सदस्य विभिन्न विभागों में भारत सरकार के मुख्यालयों और राज्य सरकारों में कार्यरत होते हैं। इन्हें अलग-अलग अधिकारिक स्तरों के पदों पर तैनात किया जाता है, जैसे कि डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर, सचिव, जज, पुलिस अधीक्षक आदि।

भारतीय संविधानिक सेवा ने देश के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसके सदस्यों को नेतृत्व और प्रशासनिक योग्यता का सम्मान प्राप्त है। इस सेवा का सदस्य बनना भारतीय युवा वर्ग के लिए एक बड़ा सम्मानीय लक्ष्य है।

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