कहते हैं कि जब कुछ कर गुजरने का जज्बा हो और अपनी मेहनत पर पक्का भरोसा हो, तो राह की हर बाधाएं हट जाती हैं। यह बात सच साबित की है उत्तराखंड की भावना मेहता ने।
उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले की मूल निवासी ग्राम सिमतोली मयों और हाल निवासी अल्मोड़ा की भावना मेहता ने बिना कोचिंग किये एक साथ दो उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की हैं।
भावना ने अपनी मेहनत के बल पहले ही प्रयास में पंतनगर विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा अच्छी रेंक में उत्तीर्ण की और इसके बाद पंतनगर विश्वविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर में Admission लिया।
भावना को पंतनगर विवि में प्रवेश लिए अभी दो माह ही हुए थे, कि उसके द्वारा पूर्व में दी गई मिलिट्री नर्सिंग कमिशन सर्विस (MNS) की परीक्षा का रिजल्ट भी आ गया। उसमें भी उसने सफलता प्राप्त कर ली।
भावना का चयन कॉलेज आफ नर्सिंग कमांड हास्पिटल लखनऊ में हुआ है। MNS में प्रशिक्षण के बाद अब वह 04 साल की नर्सिंग ट्रेनिंग करने के बाद सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल करेंगी।
मूल रूप से उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के ग्राम सिमतोली मयों की रहने वाली भावना ने महज 3 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया।
उसके पिता स्व. गोपाल सिंह मेहता भी सेना कार्यरत थे और माता चम्पा मेहता वर्तमान में आर्मी हास्पिटल, सेंट्रल एमआई रूम में 22 राजपूत राइफल के साथ कार्यरत हैं।
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